क्या पता कब तुम्हें और एक, आशियाने की जरूरत पड़ जाए ? क्या पता कब तुम्हें और एक, आशियाने की जरूरत पड़ जाए ?
पीले परिधान पहनकर प्यारा बसंत आ रहा है। पीले परिधान पहनकर प्यारा बसंत आ रहा है।
मझधार में खड़ी तेरी नाव को लिखूं या फिर अपनी ज़िंदगी के गुलज़ार को लिखूँ! मझधार में खड़ी तेरी नाव को लिखूं या फिर अपनी ज़िंदगी के गुलज़ार को लिखूँ!
अभी आज जीवन व मृत्यु के बीच झूलते,असमंजस में पड़े राहगीरों को निहारते है कभी पैरो तले रौंदे जाते अभी आज जीवन व मृत्यु के बीच झूलते,असमंजस में पड़े राहगीरों को निहारते है कभी ...
जल की दो बूंदों से बेहद खुश हो जाते आशीष में फल से सारा कर्ज चुकाते। जल की दो बूंदों से बेहद खुश हो जाते आशीष में फल से सारा कर्ज चुकाते।
ये पत्ते, हरे पत्ते देखते हैं जमीं पर गिरे पीले पत्ते ये पत्ते, हरे पत्ते देखते हैं जमीं पर गिरे पीले पत्ते